प्रदेश के 10 जनपदों में मजदूर पंजीयन जागरूकता अभियान की शुरुआत


 लखनऊ। विज्ञान फाउंडेशन द्वारा एक्शन एड एसोसिएशन के सहयोग से उत्तर प्रदेश के 7 जनपदों में 10 दिवसीय मजदूर पंजीयन जागरूकता अभियान का शुभारंभ किया गया।


मजदूर पंजीयन जागरूकता अभियान के उद्देश्य पर चर्चा करते हुए गुरुप्रसाद ने बताया कि भवन निर्माण से जुड़े श्रमिकों को उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा पंजीयन एवं नवीनीकरण तथा बोर्ड के द्वारा श्रमिकों के हित में संचालित योजनाओं की जानकारी पहुंचाना तथा  उन्हें पंजीकृत करा कर सरकार द्वारा प्रदत  सुविधाओं को  उनकी पहुंच  सुनिश्चित करना है। इस अभियान की शुरुआत लखनऊ के इंजीनियरिंग कॉलेज लेबर अड्डा तथा तेलीबाग लेबर अड्डे से की गई।



दोनों लेबर अड्डों पर अभियान टीम के द्वारा कैंप लगाया गया जिसमें श्रमिकों को पंजीकरण प्रक्रिया के बारे में तथा नवीनीकरण प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी गई इसके साथ 15 लोगों का नवीनीकरण 10 लोगों का पंजीकरण के साथ साथ 20 श्रमिकों का चिकित्सा सुविधा योजना के तहत निशुल्क आवेदन किया गया।


वहीं इलाहाबाद में अभियान टीम के द्वारा लेबर अड्डे पर प्रचार प्रसार के साथ-साथ श्रमिकों के पंजीयन हेतु आवेदन फॉर्म भरवाए गए नवीनीकरण के लिए आवश्यक दस्तावेज एकत्र किए गए।


बाराबंकी के फतेहपुर ब्लॉक में भवन निर्माण से जुड़े श्रमिकों के साथ मीटिंग आयोजित की गई जिसमें श्रमिकों को पंजीयन कराने के लिए प्रेरित किया गया।



वही कानपुर के पनकी लेबर अड्डे से अभियान की शुरुआत अंकित जी के द्वारा की गई उन्होंने श्रमिकों को निशुल्क पंजीयन कराने का आश्वासन दिया।


जनपद सीतापुर में उपेंद्र कुमार के द्वारा निर्माण श्रमिकों के साथ बैठक की गई जिसमें अलग-अलग तरह के काम करने वाले निर्माण श्रमिक उपस्थित हुए 5 लोगों का पंजीयन करवाया गया।


वही कुशीनगर जनपद में सागर राम जी के द्वारा श्रमिकों को बोर्ड द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई उन्होंने बताया कि बहुत से श्रमिक ऐसे हैं जिनका नवीनीकरण नहीं हुआ है जिसके चलते उनको योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है उन सभी श्रमिकों के नवीनीकरण हेतु आवश्यक दस्तावेज जुटाए गए।



मजदूर पंजीयन जागरूकता अभियान के तहत लखनऊ के 20 लेबर अड्डे, कानपुर के 10 लेबर ऑड, बाराबंकी के 3, सीतापुर के 3, कुशीनगर के 3, तथा इलाहाबाद के 10 लेबर अड्डों पर सक्रिय रूप से अभियान संचालित किया जाएगा।


इसके साथ साथ बाराबंकी, सीतापुर, कुशीनगरके ऐसे ग्राम पंचायतों में बैठकें आयोजित की जाएंगी जहां पर अधिकांश श्रमिक भवन निर्माण से जुड़े रहते हैं।